मोदी सरकार की तरफ से नोटबंदी के फैसले के बाद से सरकार पुराने नोट जमा कराने को लेकर हर दिन नए नए नियम बना रही है। बैंकों में पुराने नोट जमा कराने को लेकर सरकार के रुख से लोग काफी परेशान है। बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारें अभी कम नहीं हुई थी कि सरकार ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी हैं।
आरबीआई की नई शर्तों के मुताबिक, 5,000 रुपये से ज्यादा की रकम के पुराने नोट जमा करने वालों से कम-से-कम दो बैंक अधिकारियों के सामने ऑन रिकॉर्ड जवाब मांगा जाएगा कि आखिर उन्होंने अब तक अपने पैसे क्यों नहीं जमा करवाए और संतोषजनक जवाब मिलने के बाद ही पैसे जमा हो पाएंगे। आरबीआई की ये गाइड लाइन पुराने नोट रखने वालो के लिए परेशानी का सबब बन गई।
ऐसे में सवाल ये है जब सरकार लगातार अपील कर चुकी है कि, चूंकि पैसे जमा कराने की मियाद 30 दिसंबर तक है, इसलिए लोगों को हड़बड़ी नहीं करनी चाहिए। सोमवार से पहले सरकार कई बार कह चुकी है कि लोगों को बैंक शाखाओं में भीड़ बढ़ाने और लंबी-लंबी कतारों में खड़े रहने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनके पास पैसे जमा कराने के लिए पर्याप्त समय है।
LIVE: Everyone need not come to deposit old notes in the beginning days itself, you have time till Dec 30: FM @arunjaitley
— PIB India (@PIB_India) November 12, 2016
एक तरफ सरकार लोगों को यह भरोसा दिलाती नहीं थक रही थी कि बैंक शाखाओं में भीड़ न बढ़ाये पास पुराने नोट जमा कराने के लिए पर्याप्त समय है। ऐसे में सरकार ने जो नई शर्तों लागू की है कि लोगों से यह पूछा जाएगा कि आखिर अब तक उन्होंने पैसे जमा क्यों नहीं करवाए? जिन लोगों ने सरकार के कहने पर सब्र बांधे रखा तो ऐसे में ये नई गाइड लाइन जारी करके उन्ही की परेशानी बढ़ा दी है।
#FLASH Deposit of an amount exceeding Rs 5000 shall be made only once per account until December 30th 2016: Ministry of Finance
— ANI (@ANI_news) December 19, 2016