इराक और सीरिया आईएसआईएस एक के बाद एक गढ़ ध्वस्त हो रहे है। जिससे इराक और सीरिया में आईएसआईएस की शाख धीरे-धीरे कमजोर हो रही है। ऐसे में आईएसआईएस का एक ठिकाना अफगानिस्तान और पाकिस्तान का बॉर्डर बन रहा है। वहीं एक गुट यूरोप में प्रवेश कर रहा है।
आपको बता दें कि यूरोप के देशों में तो पहले से ही कट्टर जेहादी विचारधारा का प्रचार प्रसार होता रहा है। यूरोप से ही बड़े पैमाने पर कई जेहादी आईएसआईएस के लिए इराक और सीरिया में लड़ने के लिए गए थे। यूरोप के ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे देशों ने अपनी उदारता की वजह से मानवाधिकारों के नाम पर इस विचारधारा के लोगों को जाने-अनजाने में पनाह दी। जाने-अनजाने इन्हें यूरोप में गढ़ बनाने दिया गया। अब जिसका अंजाम आज यूरोप और खासतौर पर ब्रिटेन भुगत रहा है।
इस साल मार्च से पहले पिछले तीन साल में ब्रिटेन ने 13 बड़े आतंकवादी हमलों को नाकाम किया गया है। वहीं मार्च के बाद अगले 17 हफ्तों में पांच बड़े आतंकी हमले हो चुके है, वहीं 6 हमले होने से बचाए गए है। वहीं अब आईएसआईएस जब चाहे तब यूरोप में हमले कर रहा है।
ब्रिटेन ने एक साल के अंदर आतंकवादी गतिविधियों के मामलों में करीब 380 लोगों को गिरफ्तार किया है। ब्रिटेन की एजेंसियों के मुताबिक ब्रिटेन में कम से कम 100 जेहादी ऐसे है जो ISIS से किसी ना किसी तरीके से ट्रेंड है।
आज ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन जैसे देशों में आतंकी खतरा का लेवल वही है, जो स्तर अफगानिस्तान, सीरिया, इराक में है।