पाकिस्तान में प्रेस की स्थिति को लेकर अमेरिका ने जताई चिंता

0

वॉशिंगटन:भाषा: अमेरिका ने पाकिस्तान में पत्रकारों द्वारा कठिनाइयों और खतरों का सामना किए जाने पर चिंता जाहिर की, लेकिन उस पाकिस्तानी पत्रकार पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध पर कोई टिप्पणी नहीं की है जिसने असैन्य और सैन्य नेतृत्व के बीच दरार के संबंध में खबर दी थी ।

इसे भी पढ़िए :  विदाई भाषण में मुसलमानों पर बोले ओबामा, 'वे लोग उतने ही राष्ट्रभक्त हैं जितने कि हम हैं'

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘‘मुझे सिरिल अल्मीडा पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों की जानकारी है। ’’ उन्होंने कहा ‘‘प्रेस की स्वतंत्रता स्पष्ट रूप से वह मुद्दा है जो हम पाकिस्तान की सरकार के समक्ष नियमित उठाते रहे हैं, साथ ही पत्रकारों द्वारा कठिनाइयों और खतरों का सामना किए जाने पर भी अपनी चिंता जाहिर करते रहे हैं।’’ किर्बी ने कहा ‘‘हम प्रेस की स्वतंत्रता को या अत्यंत महत्वपूर्ण काम करने के लिए पत्रकारों की क्षमता को सीमित करने के सभी प्रयासों को लेकर चिंतित हैं।’’ इस बीच, ‘‘कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट’’ (सीपीजे) ने पाकिस्तान से अल्मीडा पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध को तत्काल हटाने का अनुरोध किया है।

इसे भी पढ़िए :  खून की होली बन गई एक शराब पार्टी...छोटा सा विवाद और फिर धांय-धांय, लग गए लाशों के ढेर

सीपीजे के एशिया प्रोग्राम समन्वयक स्टीवेन बटलर ने कहा ‘‘पाकिस्तान पत्रकारों के लिए खतरनाक जगह हो सकता है लेकिन राष्ट्र की निर्भीक स्वतंत्र प्रेस की गौरवशाली परंपरा रही है।’

इसे भी पढ़िए :  पीएम मोदी ने ब्रिटिश पीएम टरीजा के सामने भगोड़े विजय माल्या वापस लाने में सहयोग करने के लिए की बात