ईपीएफ के ब्याज दर में कटौती के बाद अब सरकार छोटी-छोटी बचत करने वालों को एक और झटका दे सकती है। केंद्र सरकार प्रचलित छोटी बचत योजनाओं पीपीएफ, किसान विकास पत्र, सुकन्या समृद्घि अकाउंट और सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती कर सकती है। सरकार जनवरी-मार्च तिमाही के लिए नए ब्याज दरें घटा सकती है। गौरतलब है कि इस हफ्ते की शुरुआत में सरकार ने ईपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर को घटा दिया था। वित्त वर्ष 2016-17 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि पर मिलने वाले ब्याज दर को 8.8 से घटाकर 8.65 फीसदी कर दिया गया था। वर्तमान में पीपीएफ पर 8 प्रतिशत का ब्याज मिलता है।
गोपीनाथ कमेटी की ओर से सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट में छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें घटाने की सिफारिश की गई है। श्यामला गोपीनाथ कमेटी ने सुझाव दिया है कि इन सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरों को सरकार के बॉन्ड से मिलने वाले रिटर्न से जोड़ दिया जाए। कहा जा रहा है कि अगर सरकार कमेटी की सिफारिशों को मान लेती है तो ब्याज दरों में करीब एक फीसदी तक की कमी हो सकती है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि नोटबंदी के चलते सरकार इतनी बड़ी कटौती नहीं करेगी। माना जा रहा है कि सरकार 20 से 25 प्रतिशत की कमी कर सकती है।