Use your ← → (arrow) keys to browse
नई दिल्ली: राजधानी की तेज रफ्तार जिंदगी को अचानक उस वक्त ब्रेक सा लग गया था जब आठ नवंबर के बाद सरकार ने 500 और 1000 के नोटों का चलन बंद कर दिया। शायद ही ऐसा कोई कारोबार बचा हो, जिस पर इस नोटबंदी की मार न पड़ी हो। लेकिन, जिस्म की मंडी में कैश के बिना भी लोग ऐश कर रहे हैं।
आप शायद यकीन भी न करें, लेकिन ये सच है कि सेक्स रैकेट से जु़ड़े दलालों ने नोटबंदी का तोड़ कुछ इस तरह निकाला कि जिस दौर में दूसरे कारोबार में लोगों की कमाई आधी रह गई थी, उस दौर में इनका धंधा दिन दूनी और रात चौगुनी रफ्तार से तरक्की कर रहा था। क्योंकि कैश, कार्ड और पेटीएम, कोई भी जरिया हो इनका पेमेंट कभी नहीं रुका।
अगले पेज पर पढ़िए- सेक्स की मंडी का स्टिंग ऑपरेशन
Use your ← → (arrow) keys to browse