AIADMK में देर रात तक चला ड्रामा, शशिकला ने पन्नीरसेल्वम से छीना पद और किया पार्टी से बाहर

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

उन्होंने कहा कि जब अम्मा का इलाज अपोलो में चल रहा था, तो पार्टी नेताओं ने मुझे मुख्यमंत्री बनने को कहा। हालांकि, उस समय वह तैयार नहीं हुए, लेकिन पार्टी को शर्म और संकट से बचाने के लिए मुख्यमंत्री बनना पड़ा। उनके शपथ लेने के 2-3 दिन के बाद ही स्वास्थ्य मंत्री विजयभास्कर उनके पास आये और कहा कि दिवाकरन (शशिकला के भतीजे) चाहते हैं कि शशिकला महासचिव बनें। वह महासचिव बन गयीं। इसके बाद मुझे कहा गया कि चिन्नमा (शशिकला) को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी करनी है।  मैंने कहा कि यह ठीक स्थिति नहीं है, तो मुझे धमकाया गया कि अगर वह इसमें मदद नहीं करेंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

इसे भी पढ़िए :  BJP सांसद हुकुम सिंह का यू-टर्न, बोले- कैराना में हिंदू-मुसलमान का नहीं है कोई मुद्दा

इधर, अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता पीएच पांडियन ने जयललिता की मृत्यु पर संदेह जताया। उन्होंने कहा कि 22 सितंबर की रात में घर के लोगों के बीच बहस हुई। शशिकला के परिवार ने उन्हें नीचे धक्का दे दिया गया। वह नीचे गिर गयीं और बेहोश हो गयीं।

इसे भी पढ़िए :  दहशत में पाक! 50 आतंकियों के खात्मे के बाद PoK छोड़कर भागे कई आतंकी संगठन

गौरतलब है कि एआईएडीएमके महासचिव बनने के बाद जयललिता की करीबी रहीं शशिकला के लिए पनीरसेल्वम ने इस्तीफा देकर तमिलनाडु के सीएम की कुर्सी तो छोड़ दी लेकिन ये पिक्चर अभी बाकी है जैसे हालात नजर आ रहे हैं। एक तरफ तो शशिकला के सीएम बनने के बीच कई अड़चन आ रही हैं, वहीं पार्टी के अंदर भी उनके विरोध के सुर ऊंचे हो रहे हैं।

इसे भी पढ़िए :  सुलझा कावेरी विवाद ! कर्नाटक ने तमिलनाडू को दिया पानी

वीडियो में देखिए जयललिता की समाधि पर ध्यान में बैठे पन्नीरसेल्वम

2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse