अखिलेश ने खेला ब्राम्हण कार्ड, मायावती के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश

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इनके अलावा जियाउद्दीन रिजवी, रियाज अहमद और यासिर शाह के रूप में तीन मुस्लिम और गायत्री प्रजापति, नरेंद्र वर्मा और शंखलाल मांझी के रूप में तीन ओबीसी चेहरों को शामिल किया गया है। इस विस्तार में खास बात यह है कि कई बर्खास्त मंत्रियों जैसे शिवकांत ओझा, मनोज पांडेय और गायत्री प्रजापति की मंत्रिमंडल में फिर से वापसी हुई। अखिलेश सरकार में पहले भी एक ही व्यक्ति को कई बार मंत्री पद की शपथ दिलवाई जा चुकी है।

NEW DELHI, INDIA - DECEMBER 11: Uttar Pradesh Chief Minister Akhilesh Yadav during the winter session of Parliament, on December 11, 2015 in New Delhi, India. National Herald case against Sonia, Rahul Gandhi has given fresh ammunition to Congress to disrupt proceedings, delaying the GST and reforms agenda of the NDA. After a third consecutive day of disruptions in the Rajya Sabha, Prime Minister Narendra Modi hit back, saying the Congress was not only stalling the progress of the GST bill but also affecting the common man. (Photo by Vipin Kumar/Hindustan Times via Getty Images)

इससे पहले, सीएम अखिलेश यादव ने 17 सितंबर को राज्यपाल राम नाईक से मंत्रिमंडल विस्तार का अनुरोध किया था। इसके बाद राजभवन ने शपथग्रहण के लिए 26 सितंबर की तारीख तय की थी। गौरतलब है कि 12 सितंबर को सीएम अखिलेश यादव ने कड़ी कार्रवाई करते हुए गायत्री प्रसाद प्रजापति और पंचायती राज मंत्री राजकिशोर सिंह को पद से बर्खास्त कर दिया था। अखिलेश के इस कदम के बाद ही समाजवादी पार्टी में कई दिनों तक घमासान मचा रहा था।
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