राजद सुप्रीमो ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में नोटबंदी नाकाम रहेगी। उन्होंने कहा, “नोटबंदी का फैसला फेल हो चुका है। कालाधन वापस नहीं आया। नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री ने परेशानियां खत्म करने के लिए 50 दिन का समय मांगा था। इसमें से 40 दिन निकल गए हैं। मैंने नोटबंदी के फायदे व नुकसान पर चर्चा के लिए अर्थशास्त्रियों को बुलाया है। इसके बाद जदयू और राजद मिलकर आंदोलन करेंगे।”
गौरतलब है कि लालू यादव और उनकी पार्टी राजद शुरू से नोटबंदी के विरोध में हैं। हालांकि बिहार में गठबंधन की साझेदार जदयू नोटबंदी का समर्थन कर रही है। खुद नीतीश कुमार ने भी 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का पक्ष लिया। हालांकि उन्होंने कहा कि इस फैसले को सही तरीके से लागू नहीं किया गया। नीतीश ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए बेनामी संपत्तियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की है।
इससे पहले लालू ने कहा था कि पीएम मोदी ने देश को फुटबॉल बना दिया है। यादव ने आरोप लगाया कि सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बीच तालमेल नहीं है।