इस बार 26 जनवरी की परेड में हुनर दिखाते हुए नहीं दिखेंगे यूएई के पैराट्रूपर्स

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कई मौके तो ऐसे आए हैं, जब पारंपरिक भारतीय वायुसेना की हवाई परेड को रद्द करना पड़ा। भारतीय सैनिकों ने भी परेड में कभी पैराशूट्स से करतब नहीं दिखाए। मशहूर पैराशूट रेजिमेंट ने बीते साल ने मार्च किया था। इंडियन एयरफोर्स सालाना परेड में आम तौर पर सुखाई 30 एमकेआई जेट्स, फाइटर हेलिकॉप्टर्स और विशाल ट्रांसपोर्ट प्लेन को प्रदर्शित करती है। सुरक्षा कारणों से सिंगल इंजन वाले फाइटर जेट्स को परेड में शामिल होने नहीं दिया जाता।

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भारत बीते कुछ वक्त से यूएई के साथ सैन्य सहयोग मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है। यूएई पारंपरिक तौर पर पाकिस्तान का नजदीकी मुल्क रहा है। 2015 में मोदी के दौरे के बाद से रक्षा क्षेत्र से जुड़े कई भारतीय प्रतिनिधिमंडल भी वहां गए और सहयोग बढ़ाने के नए रास्ते ढूंढने की दिशा में काम किया। भारत डिफेंस क्षेत्र में एक्सपोर्ट के नजरिए से भी यूएई को एक मजबूत विकल्प के तौर पर देखता है।

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