चालीस दिन से कैश की किल्लत झेल रहे लोगों को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने भरोसा दिलाते हुए कहा है कि कैश की किल्लत से निजात मिलने में 10-20 दिन का समय लगेगा। अमिताभ कांत ने कहा कि करीब 12 लाख करोड़ रुपये की करेंसी बाजार तक पहुंचने में समय लगेगा और इसके बाद ही कैश की किल्लत से छुटकारा मिल पाएगा। ज्ञात हो तो नोटबंदी के 40 दिन बाद भी लोग कैश की किल्लत से जूझ रहे हैं और पैसों के लिए बैंकों या एटीएम के बाहर घंटों लाइन में खड़े होने को मजबूर हैं।
नीति आयोग के सीईओ के मुताबिक, भविष्य में सरकार डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए कैशलेस ट्रांजेक्शन पर टैक्स भी लगा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार कैशलेस ट्रांजैक्शन पर जोर दे रही है और हो सकता है कि भविष्य में कैश पेमेंट पर टैक्स भी लग जाए।
अमिताभ कांत ने कहा कि देश में विकास दर को बनाए रखने के लिए डिजिटाइजेशन अहम है, क्योंकि भारत उस स्थिति में नहीं है कि वो कैश ट्रांजेक्शन से एक पैरेलल (समांतर) इकोनॉमी को चला सके। उन्होंने कहा कि भारत एकलौता ऐसा देश है, जहां 100 करोड़ से ज्यादा लोग बायोमैट्रिक आधारित आईडी-प्रूफ से जुड़े हुए हैं। यह भारत के लिए पॉजिटिव है।
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