प्रधानमंत्री मोदी की नोटबंदी के फैसले की खिलाफत करने वालों की फेहरिस्त में अब राज्यसभा से बीजेपी सांसद स्वपन दास गुप्ता ने पुराने नोटों को जमा के लिए लगातार बदले जा रहे नियमों को लेकर मोदी सरकार के फैसलों पर सवाल उठाए हैं।
सरकार के बार बार नियमों में बदलाव करने के फैसलों की आलोचना करते हुए दासगुप्ता ने ट्वीट कर लिखै, ‘पुराने नोटों के 30 दिसंबर तक जमाए कराने जाने पर नई पाबंदी गैर-जरूरी है। इससे लोगों का सरकार में भरोसा कम होगा।’
New caveats on depositing old notes till Dec 30 were unnecessary & will undermine people’s faith in govt assurances. A terrible last move.
— Swapan Dasgupta (@swapan55) December 20, 2016
दासगुप्ता ने यह टिप्पणी ऐसे समय मे की है, जब सोमवार को सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा था कि 30 दिसंबर तक 5000 हजार से ज्यादा 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बैंकों में एक ही बार जमा कराए जा सकेंगे। इसके साथ ही कहा गया था कि 5000 से ज्यादा नोट जमा कराने वाले को बैंक अधिकारियों के सामने उन्हें बताना होगा कि उन्होंने अभी तक पुराने नोट जमा क्यों नहीं कराए थे। जब बैंक अधिकारी उनके जवाब से संतुष्ट होंगे, तभी पुराने नोट जमा किए जाएंगे।
बता दें की, हर दिन नोटबंदी के नियमों को लेकर सरकार बयान बदल रही है। जिस कारण सरकार को चारों और से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।