दिल्ली
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज राज्य के प्रति केवल सुरक्षा चिंताओं पर नहीं बल्कि मानवीय मूल्यों पर आधारित नीति अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने वर्ष 2002 में हुई शुरूआत की तर्ज पर विश्वास बहाली उपायों की भी मांग की।
मुख्यमंत्री ने यहां से करीब 54 किलोमीटर दूर बारामूला में सिविल सोसायटी के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए कहा, ‘‘हमें जम्मू कश्मीर के लोगों की चिंताओं और आकांक्षाओं का समाधान करने तथा उनके दिलो-दिमाग को जीतने के लिए उन तक पहुंचने की जरूरत है। ’’ उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के प्रति देश की नीति केवल रणनीतिक और सुरक्षा चिंताओं पर नहीं बल्कि विचाराधारा और मानवीय मूल्यों पर भी आधारित होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम अपनी जम्मू कश्मीर नीति का आधार लोकतंत्र के वैचारिक मूल्यों, कानून के शासन एवं सहिष्णुता, जो भारत की परिचायक ताकत है, को बना पाए तो हम व्यक्तियों और संस्थानों के सूक्ष्म स्तर पर शांति के दायरे का विस्तार करेंगे। ’’ सभी प्रकार की हिंसा की निंदा करते हुए महबूबा ने कहा कि राजनीतिक उद्देश्यों के लिए हिंसक तरीके अपनाना न केवल निष्प्रभावी है बल्कि बेमतलब एवं विध्वंसकारी भी है।
उन्होंने कहा, ‘‘दुनियाभर में हिंसा को राजनीतिक उद्देश्यों को हासिल करने के उपाय के तौर पर खारिज कर दिया गया है। ’’