सावन के आखिरी सोमवार को पूर्णिामा के दिन राखी पर चंद्रग्रहण लगा। भारत के अलावा यह खंडग्रास चंद्र ग्रहण दक्षिणी और पूर्व एशिया के अधिकतर देशों मसलन सम्पूर्ण यूरोप, अफ्रीका और आस्ट्रेलिया में भी देखा गया। भारत में बहुत जगह बादल घिरे होने की वजह से ग्रहण लोग देख नहीं पाए लेकिन खगोल की ये घटना अपने निर्धारित वक्त पर संपन्न हुई है।