लोन लेना हुआ सस्ता, नोटबंदी के बाद बैंको ने घटाई ब्याज दरे

0
मौत
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के सरकार के फैसले से बैंकों में नकदी की ‘बरसात’ हो रही है। हर रोज बैंको में इतने रूपये आ रहे है, जिनका शायद ही हम अनुमान लगा सकते है। लेकिन इसका फायदा अब आम लोगों को भी मिलने वाला है। इसका फायदा लोगों को सस्‍ते लोन के रूप में होगा। एक अनुमान के मुताबिक, अभी तक बैंकों के पास चार लाख करोड़ रुपये जमा हो गए है।

इसे भी पढ़िए :  'पूर्ण बहुमत के पीएम को लोकसभा में बोलने से कौन रोक सकता है'

नोटबंदी के बाद लोग कैश जमा कराने बैंकों की तरफ भाग रहे हैं। बैंकों के पास इससे इतना कैश जमा हो रहा है कि उन्होंने डिपॉजिट रेट्स में कटौती शुरू कर दी है। इसके बाद लोन सस्ते होंगे। इससे रिजर्व बैंक की लंबे समय से चली आ रही यह शिकायत भी दूर हो जाएगी कि बैंक उसके रेट कट का पूरा फायदा कस्टमर्स को नहीं दे रहे हैं। दिल्ली और दूसरी कई जगहों पर बैंकों के पास बुधवार को कैश खत्म हो गया, लेकिन कुछ शहरों में बैंक की ब्रांचों के बाहर की लाइन छोटी होने की खबरें भी आई।

इसे भी पढ़िए :  कानपुर की परिवर्तन रैली में बोले पीएम मोदी, हमारा एजेंडा है कालाधन बंद हो, उनका एजेंडा है संसद बंद हो

भारतीय स्‍टेट बैंक (एसबीआई) ने एक साल से 455 दिनों के डिपॉजिट रेट को घटाकर 6.90 पर्सेंट कर दिया है। उसने इसमें 0.15 पर्सेंट की कटौती की है। वहीं, बैंक ने 211 दिन से एक साल के जमा के लिए डिपॉजिट रेट को पहले के 7 पर्सेंट पर बनाए रखा है। यह उन लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं है जो बैंकों में पैसे जमा करा रहे हैं, लेकिन इससे कुछ ही हफ्तों में लोन सस्ते होने लगेंगे। इससे इकनॉमी को उछाल मिलेगा, जिससे जीडीपी ग्रोथ बढ़ेगी।

इसे भी पढ़िए :  सीताराम येचूरी का मोदी पर तीखा प्रहार, पीएम के पास संगीत समारोह के लिए समय है, संसद के लिए नहीं
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse