सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद अब सीएम अखिलेश यादव भी नोटबंदी पर सामने आ गए हैं। अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरूण जेटली को चिट्ठी लिखकर नोटबंदी की समय सीमा बढ़ाने की अपील की है। जी हां अखिलेश की मोदी से अपील है कि 30 नवंबर तक इन पुराने नोटों को चलने दिया जाना चाहिए।
इस चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि अब भी बहुत बड़ी आबादी बीमारियों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों पर निर्भर है। ऐसे में 8 नवंबर को अचानक 500 और 1000 के नोटों का चलन बंद किए जाने से खासकर निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों को भारी दिक्कतें हो रही हैं। कई मरीजों के लिए यह स्थिति जानलेवा भी हो रही है।
अखिलेश की चिट्ठी का मजमून
अखिलेश ने अपनी चिट्ठी में कहा कि ‘आपसे अनुरोध है कि आप तत्काल हस्तक्षेप करके निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम और दवा की दुकानों में 500 और 1000 रुपये के नोटों की स्वीकार्यता कम से कम 30 नवंबर तक बढ़ाने के आदेश दें, ताकि नए नोटों की उपलब्धता की स्थिति सामान्य होने तक गरीबों और आम जनता को कम से कम चिकित्सा एवं उपचार के लिए परेशान ना होना पड़े.’
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी के इस फैसले का सपा और बसपा जैसी प्रमुख पार्टियां पहले ही आलोचना कर चुकी हैं।
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