दिल्ली में फॉर्च्यूनर कार से 2000 रुपये के नोटों की बड़ी खेप बरामद, मचा हड़कंप

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नए नोटों

दिल्ली पुलिस पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हज़रत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बाहर से एक फॉर्च्यूनर कार से 27 लाख की नई करेंसी बरामद की है। ये सभी नोट 2000 के हैं जो मुम्बई से बदलकर दिल्ली लाए गए थे। क्राइम ब्रांच ने करेंसी लाने वाले दो लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है।

क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि ये पैसा दिल्ली के रहने वाले एक बड़े उद्योगपति के हैं जो अभी फ़रार है। नोटबंदी की चोट के बाद जहाँ एक तरफ देश की जनता दो-दो हज़ार की नई करेंसी पाने को घंटो तक कतारों में खड़ी नज़र आ रही है वहीं दूसरी तरफ कुछ जुगड़बाज़ ऐसे भी हैं. इन्हें बिना लाइन में लगे लाखों-करोड़ों की नई करेंसी मिल रही है।

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क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े दोनों आरोपियों में अजीत सिंह और राजेंद्र शामिल हैं। ये दोनों दिल्ली के पीतमपुरा के रहने वाले हैं और मुम्बई से पैसा बदलकर दिल्ली ला रहे थे। इस लोगों के पास से मिले सभी नोट दो हजार के हैं। पुलिस का कहना है कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।

पुलिस का दावा है कि अजीत पाल सिंह और राजेंद्र सिंह ट्रेन से जब दिल्ली पहुंचे तो उन्हें लेने के लिए ये सफेद रंग की फॉर्च्यूनर कार वहां पहुंची थी। स्टेशन से निकलने के बाद दोनों आरोपियों ने जैसे ही पैसा गाड़ी में रखा, क्राइम ब्रांच ने उन्हें दबोच लिया. पुलिस का कहना है कि HR 12AB 0002 नंबर की ये कार संजय मलिक नाम के शख्स की है।

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पुलिस सूत्रों का कहना है कि जो पैसा बरामद किया गया है वो भी संजय मलिक का ही है। पुलिस को दिए अपने बयान में अजीत पाल ने कबूला है कि वो संजय मलिक का पड़ोसी है और उनके पैसे लेकर ही मुंबई से संपर्क क्रांति ट्रेन के जरिए दिल्ली आया था। अजित पाल सिंह ने बताया है की वो इनकम टैक्स भरता है। और खुद की सोर्स ऑफ़ इनकम सैलरी है।

बताया जा रहा है कि संजय मलिक दिल्ली का एक बड़ा कारोबारी है और हिमाचल में उसकी दवा फैक्ट्री है। पुलिस का दावा है कि मलिक अपने पैसों के अलावा अपने करीबियों की करेंसी बदलवाने का काम भी कर रहा था और अब तक वो मुंबई से डेढ़ करोड़ की करेंसी मंगा चुका है। संजय मलिक की बेटी भी 50 लाख रूपए के साथ लापता है।

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फिलहाल संजय मलिक फरार है और उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है। साथ ही करेंसी बदलने के इस रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस और इनकम टैक्स के अधिकारी मुंबई में भी धरपकड़ की कोशिश कर रहे हैं।
फिलहाल क्राइम ब्रांच और इंकम टैक्स की टीम मामले की जांच में जुटी है।