कश्मीरियों पर नया पेंतरा चलाने के लिए पाकिस्तान ने नई कोशिश की है। पहले तो पाकिस्तान ने कश्मीर में मारे गए हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को आजादी के लिए लड़ने वाला शहीद बताया। और अब पाकिस्तान ने आतंकवादी बुरहान वानी की तस्वीर को ‘आजादी स्पेशल ट्रेन’पर लगाया है। चौदह अगस्त को पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है इसी दिन यह ट्रेन पेशावर से कराची जाएगी। ट्रेन के कोच के ऊपर बुरहान वानी की बड़ी तस्वीर लगाई गई है।
ट्रेन पर बुरहान वानी की तस्वीर बतौर शहीद लगाई गई है और बीते दिनों में जो भी कश्मीर हिंसा में मारे गए है उन लोगों के पोस्टर को भी ट्रेन के बोगियों पर लगाया गया है। भारत के कुछ अलगाववादी नेता भी इस भारत विरोधी अभियान में पाकिस्तान सरकार का साथ दे रहे हैं। कश्मीर में रहने वाले अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी ने खुशी जताते हुए ट्रेन की बोगी पर लगे बुरहान वानी के पोस्टर को ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘स्पेशल आजादी ट्रेन 14 अगस्त को पेशावर से कराची के लिए रवाना होगी, इस पर कमांडर बुरहान वानी और दूसरों शहीदो की तस्वीर लगी है।’
इस तरह कि हरकत से पाकिस्तान का दोगला चेहरा सबके सामने आया है। एक तरफ जहां गृह मंत्रियों के सार्क सम्मलेन में उनके स्पीच तक को पाकिस्तान सरकार ने टीवी चैनलों पर ब्लैक आउट कर दिया था, राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान में जाकर कहा था की कोई भी आतंकवादी किसी भी देश के लिए शहीद नही हो सकता। वहीं हाफिज सईद और सलाउद्दीन जैसे आतंकवादियों को खुलेआम पूरी आजादी के साथ पाकिस्तान में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत को परमाणु युद्ध की धमकी देने की छूट दी है।
आतंकवादी बुरहान वानी के पोस्टर को सरकारी ट्रेन की बोगियों पर चिपका कर शहीद का दर्जा दिया जा रहा है। इससे पाकिस्तान की गलत मंशा साफ झलकती है।