महानिदेशक ने बताया कि बीएसएफ और उसके बांग्लादेशी समकक्ष बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने भारत द्वारा नियंत्रण रेखा के पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद की सुरक्षा स्थिति पर मंगलवार को संपन्न हुई द्विवार्षिक वार्ताओं के दौरान चर्चा की और दोनों ही बल ‘अत्यधिक सतर्कता’ बरत रहे हैं। बीएसएफ के महानिदेशक ने कहा, ‘हालांकि (आतंकियों द्वारा बांग्लादेश की धरती का इस्तेमाल किए जाने के बारे में) कोई नई जानकारी नहीं है, पर भारत-बांग्लादेश सीमा पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।’
उन्होंने बताया कि जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से होकर गुजरने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ‘तनाव’ है, इन इलाकों में अभी तक संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं हुआ है। बीएसएफ प्रमुख ने कहा कि बल ने सीमा पर गांवों को खाली कराने का कोई आदेश जारी नहीं किया है और ऐसे निर्देश राज्यों के नागरिक प्रशासनों ने जारी किए हैं।
केके शर्मा ने जानकारी दी कि, ‘हम तो भारतीय किसानों को उनके उन खेतों तक भी जाने दे रहे हैं, जो भारत-पाक के बीच की बाड़ के पार हैं। हमने कभी गांव खाली करने के लिए नहीं कहा, लोग शायद ऐहतियात के तौर पर चले गए हों। जो लोग चले गए थे, वे अब वापस आ रहे हैं। अब तक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कोई अप्रिय घटना नहीं घटी है।’ अटारी-वाघा पर होने वाले समारोह के दौरान हाल ही में हुई एक घटना के बारे में शर्मा ने कहा कि भारतीय पक्ष की ओर एक ‘पत्थर’ फेंके जाने की घटना सामने आई थी लेकिन वह किसी को लगा नहीं और यह मामला समकक्ष पाकिस्तानी रेंजरों के संज्ञान में लाया गया था।































































