आतंकियों ने कैंप के उन टेंट्स को निशाना बनाया जहां पर जवान ड्यूटी खत्म कर सो रहे थे। आतंकियों ने इन्हीं टेंट्स पर लगातार ग्रेनेड्स फेंके जिससे इनमें आग लग गई. ज्यादातर जवान इसी आग में झुलसकर शहीद हो गए। जानकारी के मुताबिक आतंकी भारी हथियारों और गोलाबारूद से लैस थे। आतंकियों को मार गिराने के लिए पैरा कमांडोज़ को बुलाया गया। 6 घंटे के भीतर पैरा कमांडोज़ ने चारों आतंकियों को मार गिराया। सभी पाकिस्तान आतंकी थे।
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लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बताया कि जैसा कि ‘हमें आतंकियों के पास से कुछ ऐसे सामान मिले हैं जो पाकिस्तान में बने हुए हैं इसलिए मैंने पाकिस्तानी डीजीएमओ से बात की और अपनी गंभीर चिंता के बारे में उन्हें बता दिया है।’
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पर एक बड़ा सवाल ये है कि आतंकियों ने आर्मी के इस बेस कैंप को हमला करने के लिए क्यों चुना? दरअसल उरी सेक्टर में मौजूद ये आर्मी कैंप के पीछे की तरफ पहाड़ हैं. इसी पहाड़ से एलओसी यानि लाइन ऑफ कंट्रोल सटी हुई है। ये बेस कैंप एलओसी के पास के सबसे बड़े बेस में से एक है। यहां कई अहम हथियार रखे जाते हैं।
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