जीएसटी से जुड़े चार बिल लोकसभा में पास, खूश हुए पीएम मोदी, कहा- न्यू इयर, न्यू लॉ, न्यू इंडिया

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

एक समान कर बनाने की बजाए कई कर दर होने के बारे में आपत्तियों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कई खाद्य उत्पाद हैं जिनपर अभी शून्य कर लगता है और जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद भी कोई कर नहीं लगेगा। कई चीजें ऐसी होती हैं जिन पर एक समान दर से कर नहीं लगाया जा सकता। जैसे-तंबाकू, शराब आदि की दरें उच्च्ंची होती हैं जबकि कपड़ों पर सामान्य दर होती है। उन्होंने कहा, ‘अब हवाई चप्पल और बीएमडब्ल्यू कार पर एक समान कर नहीं लगाया जा सकता।’ जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद में चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि आरंभ में कई कर लगाना ज्यादा सरल होगा।

इसे भी पढ़िए :  जन आक्रोश दिवस: विरोध प्रदर्शन के दौरान जम्मू में कांग्रेस और चेन्नई में डीएमके कार्यकर्ता को लिया हिरासत में

वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद ने विचार विमर्श के बाद जीएसटी व्यवस्था में 0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की दरें तय की हैं। लक्जरी कारों, बोतल बंद वातित पेयों, तंबाकू उत्पाद जैसी अहितकर वस्तुओं एवं कोयला जैसी पर्यावरण से जुड़ी सामग्री पर इसके ऊपर अतिरिक्त उपकर भी लगाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि 28 प्रतिशत से अधिक लगने वाला उपकर (सेस) मुआवजा कोष में जायेगा और जिन राज्यों को नुकसान हो रहा है, उन्हें इसमें से राशि दी जायेगी। ऐसा भी सुझाव आया कि इसे कर के रूप में लगाया जाए। लेकिन कर के रूप में लगाने से उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ता। लेकिन उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर नहीं लगाया जायेगा।

इसे भी पढ़िए :  पीएम मोदी पर सबसे बड़ा जुबानी हमला, 'मोदी आप फकीर नहीं जालिम हैं'
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse