बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली नए बीजेपी पार्षदों को संबोधित किया और साथ ही जीत की बधाई दी। शाह ने कहा कि एमसीडी चुनाव की जीत अंतिम नहीं है। यह दिल्ली में सरकार बनाने की पहल है। अमित शाह ने कहा कि बीजेपी को जितनी बड़ी जीत मिली है। उतनी ही हमारी जिम्मेदारी बड़ गई। अमित शाह ने कहा कि जो प्रत्याशी हार गए वो भी कार्यकर्ताओं की तरह काम करें, जीते और हारे हुए उम्मीदवारों में कोई भी भेदभाव नहीं होगा।
अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल अगर भाजपा के बूथ कार्यकर्ताआें से मिलेंगे तो उन्हें अपनी हार का कारण पता चल जाएगा। एमसीडी जीत का पूरा श्रेय बूथ कार्यकर्ताआें को जाता हैं। इनके बिना इतनी बड़ी जीत मिल पाना बहुत मुश्किल था। पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए शाह ने कहा, मोदी जी चलते नहीं हैं और ना ही दौड़ते हैं बल्कि वह तो छलांग लगाते हैं। उन्होंने कहा, दिल्ली की जनता ने मोदी सरकार के काम पर मुहर लगा दी है। एमसीडी में जीत के बाद हमारे विरोधी मायूस हो गए हैं। शाह ने कार्यकर्ताआें को सचेत करते हुए कहा, एमसीडी में मात्र जीत ही हमारा लक्ष्य नहीं है। हमें तो दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
अमित शाह ने कहा कि देश की जनता को बोलने वाला प्रधानमंत्री चाहिए था। वह सिर्फ प्रधानमंत्री को सुनना चाह रहे थे। पीएम ने 20-20 घंटे काम करके देश को ऊपर उठाया। पीएम मोदी चलते-दौड़ते नहीं सीधे छलांग लगाकर लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं। शाह ने कहा, “हमारे सामने एक अच्छा उदाहरण है। 2014 के चुनाव में देश की जनता ने मोदी जी को एक बड़ा समर्थन दिया। जनता आंख मूंदकर मोदी पर भरोसा कर रही थी। किसी ने हमसे कोई सवाल नहीं पूछा था कि देश की स्थिति को सुधारने के लिए आप क्या करोगे। किसी ने हमसे वचन नहीं मांगा था। मगर जब जनादेश मिला और पीएम को चुनने की मीटिंग हुई तो मोदी जी ने कहा कि मेरी यह सरकार गरीबों की सरकार है। बेरोजगार किसानों को समर्पित सरकार है। देश का मान दिल्ली में बढ़े। ये सारी बातें मोदी जी ने सरकार जीतने के बाद की। तीन साल बाद हम देखते हैं कि इन सारे बिंदुओं को मोदी जी ने टच किया है। जो लचर इकॉनोमी हमें मिली। आज सबसे तेजी से बढ़ने वाली हमारी इकॉनोमी है। इसे दुनिया स्वीकारती है।