संसद के मानसून सत्र में लोकसभा में बोलते हुए रक्षामंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारतीय सेना पश्चिम सीमा पर अपनी ‘बढ़त और प्रभाव’ बनाने में सफल रही है और घुसपैठ की घटनाओं को रोकने के लिए सभी कोशिशें की जा रही है। शून्य काल के दौरान जेटली ने कहा, ‘पाकिस्तान ने घुसपैठ की घटनाओं को तेज किया है। लेकिन उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी है।’
जेटली ने कहा, ‘इस साल नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की तरफ से 285 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया। जबकि पिछले साल 2016 में 288 घटनाएं हुई थी।’