वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 नोट को प्रतिबंधित करने के फैसले को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा, कई महींनो से वैकल्पिक करेंसी की छपाई बेहद ही गोपनीय तरीके से जारी थी।
अरुण जेटली ने कहा कि नोट बंद करने से किसी को कोई भी परेशानी नहीं हो रही है और ना ही कोई परेशान है। उन्होंने कहा कि बड़े फैसला इसी तरह अचानक ही लेना पड़ता है। जाते हैं। सरकार के इस फैसले से ईमानदार लोग बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंक को पोषित करने पर रोक लगेगी।
लगातार लोगों द्वारा परेशानी वयक्त करने वालो को उन्होंने कहा कि जबतक नये नोट बाजार में नहीं आ जाते हैं, तबतक चेक से पेमेंट करें। उन्होंने आगे कहा कि आम लोगों को पैसे बदलने में कोई परेशानी नहीं होगी, वे बैंक जायें, उन्हें पूरा सहयोग मिलेगा। लेकिन जिन्होंने अपनी आय का खुलासा किये बिना पैसे जमा किये हैं उन पर देश का कानून ही लागू होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि थोड़ा समय दिया जाना चाहिए था, वह ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदलने का समय मांग रहे हैं और कुछ नहीं।
राजनीती और चुनाव प्रक्रिया भी होगी स्वच्छ
इस फैसले से चुनावी प्रक्रिया पर असर के पूछे जाने पर उन्होंने कहा, इस फैसले से एक ही बड़ा राजनीतिक असर है कि चुनावी प्रक्रिया साफ होगा।