दिल्ली: एक बार फिर से कांग्रेस पर संकट खड़ा हो गया है। जहां एक तरफ कांग्रेस लोक सभा चुनाव हारने के बाद, यूपी में वापसी के लिए जी जान लगा रही है। इसी के साथ एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। 46 एमएलए के साथ मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने पार्टी को छोड़ दी है। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 46 विधायक हैं, जबकि 11 विधायक बीजेपी के हैं।
अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस के 46 में से 43 विधायकों ने पीपीए का दामन थामा है। बागियों में अरुणाचल के मुख्यमंत्री के अलावा दिवंगत दोरजी खांडू के बेटे और वर्तमान में राज्य के सीएम पेमा खांडू भी हैं। खांडू ने कहा कि मैंने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करके उन्हें यह सूचना दी है कि हमने कांग्रेस का पीपीए में विलय कर दिया है। राज्य में कांग्रेस के 46 विधायक हैं जिनमें से 43 इस पार्टी में शामिल हो गए हैं। पीपीए का गठन 1979 में हुआ था। यह 10 क्षेत्रीय दलों के नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस का हिस्सा रहा है जिसका गठन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मई 2016 में की थी। वर्तमान में असम में बीजेपी के नेता हेमंता विश्व सरमा इसके प्रमुख हैं।