टीवी पत्रकार रजत शर्मा ने प्रीतीश नंदी के साथ मिल कर चंद्रास्वा्मी का स्टिंग किया था। शर्मा ने इस बारे में एक तकरीर में विस्तामर से बताया था। नंदी तब ”इलस्ट्रेटेड वीकली” के संपादक हुआ करते थे। शर्मा उस समय पत्रकरिता में कुछ साल पुराने ही थे और ऑनलुकर पत्रिंका के संपादक थे। दोनों पत्रिकाओं ने संयुक्ति रूप से चंद्रास्वामी का स्टिंग किया था । शर्मा अपना ब्यूरो चीफ बना कर नंदी को उनके यहां ले गए थे। उन्हें कुछ ऐसी भनक लगी थी कि प्रीतीश नंदी के पास उनके खिलाफ कुछ मसाला है, जिसे वह छापने वाले हैं। चंद्रास्वामी ने नंदी के सामने ही इस बात का जिक्र किया और रजत शर्मा से कहा कि कुछ ले-देकर नंदी को कुछ ऐसा-वैसा नहीं छापने के लिए राजी करवा दे। शर्मा ने ऐसा करवाने का आश्वासन देकर चंद्रास्वामी का भरोसा जीता और उनका स्टिंग किया। नंदी के कहने पर बाद में चतुराई से एक बार फिर शर्मा उन्हें लेकर चंद्रास्वामी के घर गए। इस बार मकसद था सबूत के तौर पर अपने साथ चंद्रास्वामी का फोटो लेना। इसमें भी दोनों कामयाब रहे।
अदनान खशोगी सऊदी अरब का कुख्यात हथियार माफिया था। चंद्रास्वामी के उनसे भी रिश्ते बताए जाते थे। विदेश मंत्री के.नटवर सिंह, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रहीं मारग्रेट थैचर, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की पत्नी नैंसी रीगन, हॉलीवुड स्टार एलिजाबेथ टेलर, ब्रूनेई के सुल्तान को भी चंद्रास्वामी का करीबी बताया जाता था।