‘मेक इन इंडिया’ का पहलू गायब
कांग्रेस ने राफेल डील के बहाने मोदी सरकार के बहुचर्चित प्लान Make In India पर भी निशाना साधा। एके एंटनी ने कहा कि यूपीए के दौरान 126 विमानों में से केवल 18 फ्रांस से खरीदे जाने थे, बाकी 108 विमान भारत में ही हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ मिलकर बनने थे। एंटनी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने जो डील की है उसमें से यह शर्त गायब है यानी डील से ‘मेक इन इंडिया’ का पहलू गायब है। एंटनी ने कहा कि इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
एके एंटनी के बाद कांग्रेस के मनीष तिवारी ने भी सरकार पर निशाना साधा। मनीष तिवारी ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स में यह सवाल उठाया जा रहा है कि यूपीए जब राफेल खरीदने जा रही थी तो एक की कीमत 725 करोड़ रुपये थी। तिवारी ने कहा कि अब कहा जा रहा है कि एनडीए सरकार ने जो सौदा तय किया उसके अनुसार एक की कीमत 1600 करोड़ रुपये पड़ेगी। मनीष तिवारी ने सरकार से इसपर जवाब मांगा है।































































