उच्चस्तरीय अधिकारियों ने इंडिया टुडे को बताया कि सैन्य अधिकारियों के सिस्टम को हैक करने के लिए ट्रोजन वायरस का इस्तेमाल किया गया। यह बेहत खतरनाक वायरस होत है। हैकर एक बार इस वायरस को किसी सिस्टम में भेजकर आसानी से उसकी जानकारी चुरा लेते हैं। सेना ने जांच में हैक किए गए सिस्टम में इस वायरस को पाया है। इन अधिकारियों को भेजे गए मेल के साथ हाइपर लिंक भेजे गए, जिसमें लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारी के सीक्रेट सैक्स वीडियो लीक होने की बात कही गई। सेना के सूत्रों ने बताया कि इसमें लिखा गया कि लेफ्टिनेंट जनरल के इस अधिकारी की लीक सेक्स वीडियो को देखने के लिए क्लिक करें।
फिलहाल सैन्य अधिकारियों के सिस्टम को हैक करने वाले हैकरों की नागरिका के बारे में जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन सेना की यूनिट ने सर्वर और इंटरनेट प्रोटोकोल का पता लगा लिया है। इसकी लोकेशन जर्मनी बताई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि हाल ही में अंतरराष्ट्रीय हैकिंग में रूस के नागरिकों के नाम सामने आ चुके हैं। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस हैंकिग के पीछे रूसी हैकर हो सकते हैं।