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स्कूल टाईम मे देखा था सपना
कुशाल नें कहा कि पिछले चार महीने से इसकी योजना बना रहे थे। पूरी योजना तय करने के बाद हमने 14 सितंबर से इस पर काम शुरू किया। दो रात और तीन दिन में इसे पूरा कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में अपना नाम शामिल कराने का सपना पूरा कर लिया। कुशाग्र को यह करने का ख्याल कैसे आया तो उन्होंने बताया कि वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में नाम शामिल कराने का उनका सपना स्कूल में आया। उन्होंने बताया कि वह स्कूल टाइम में कई बार लाइब्रेरी में वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक की किताब पढ़ने के लिए लेने गए।
कुशाल नें बताया कि लाइब्रेरी में सिर्फ एक ही किताब थी तो पढ़ने के लिए नहीं मिलती थी। उसी समय मैंने तय किया था कुछ ऐसा करूंगा जिससे मेरा नाम ही उस बुक में शामिल हो जाए। वह अब जाकर पूरा हुआ। कुशाग्र ने कहा कि वह बेहद खुश है कि इस सपने को पूरा कर पाए।
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