सी-वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को गोवा और मणिपुर की सत्ता मिल रही है, जबकि उत्तराखंड में कांग्रेस के साथ उसका करीबी मुकाबला है। यहां एक सीट का हेरफेर किसी भी पार्टी के सत्ता के गणित को बिगाड़ सकता है। वहीं, उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे सबसे बड़े चुनावी राज्य पंजाब में अकाली-बीजेपी गठबंधन को महज 9 सीटों पर ही संतोष करना पड़ सकता है। यहां दिल्ली के बाद आम आदमी पार्टी एक बार फिर सबको चौंकाते हुए सरकार बना सकती है। सर्वे के मुताबिक ‘आप’ को यहां 117 में से 63 सीटें मिलेंगी, जबकि कांग्रेस का अभियान 45 सीटों पर ही सिमट सकता है। देखें, किस राज्य में किसे मिल सकती हैं कितनी सीटें…
पंजाब में चलेगा झाड़ू
सी-वोटर सर्वे के मुताबिक आम आदमी पार्टी को दिल्ली के बाद अब पंजाब की सत्ता मिल सकती है। 117 सीटों वाली विधानसभा में केजरीवाल की पार्टी को 63 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस को 45 सीटों पर ही संतोष करना पड़ सकता है। वहीं, अकाली दल और बीजेपी को सत्ता विरोधी लहर का सामना करते हुए 9 सीटों पर ही सिमटना पड़ेगा। यहां पहली बार चुनाव लड़ रही ‘आप’ वोट प्रतिशत के मामले में भी सब पर भारी पड़ती दिख रही है।
उत्तराखंड में एक बार फिर करीबी मुकाबला
2012 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सिर्फ 1 सीट का अंतर था। इस बार भी तस्वीर ऐसी ही रह सकती है। सी-वोटर के मुताबिक 70 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी 32, जबकि कांग्रेस को भी 32 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, 5 सीटें अन्य के खाते में जाएंगी। गौरतलब है कि चुनाव से पहले जारी किए गए अधिकतर सर्वे में इस पहाड़ी राज्य में बीजेपी को बहुमत मिलने के अनुमान जताए गए थे।
मणिपुर में खिलेगा कमल
असम के जरिए पूर्वोत्तर में पहली बार सरकार बना चुकी बीजेपी को अब मणिपुर में भी कामयाबी मिल सकती है। सी-वोटर के एग्जिट पोल के अनुसार 60 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को सबसे ज्यादा 28 सीटें मिल सकती हैं, जबकि सत्ताधारी कांग्रेस को महज 20 सीटों पर संतोष करना पड़ेगा। वहीं, अन्य के खाते में 12 सीटें जा सकती हैं। साफ है कि बहुमत साबित करने के लिए सबसे बड़ी पार्टी को अन्य की जरूरत पड़ सकती है।
गोवा में बीजेपी की होगी वापसी
गोवा में एक बार फिर से बीजेपी की वापसी की उम्मीद है। 40 सीटों में से उसे 18 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस के खाते में 15 सीटें रह सकती हैं। वहीं, मजबूती से चुनाव लड़ रही ‘आप’ को 2 सीटें मिलने का ही अनुमान है, अन्य दलों को 5 सीटें मिल सकती हैं। यहां ‘आप’ को भले ही 2 सीटें मिल रही हैं, लेकिन साउथ गोवा में 14 पर्सेंट और उत्तर में 11 पर्सेंट वोटों के साथ ‘आप’ अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में है। हालांकि बीजेपी के वोट शेयर में यहां 5 पर्सेंट कमी आने की उम्मीद है, इसके बाद भी वह सरकार बनाने के करीब है।