नई दिल्ली। भारत दौरे पर आईं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच प्रत्यर्पण संधि को आसान बनाने को लेकर बनी सहमति के बाद शराब कारोबारी विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पण की उम्मीद बढ़ गई है।
इस मसले पर दोनों नेताओं के बीच भगोड़ों और अपराधियों को शरण न देने को लेकर बातचीत हुई, ताकि ऐसे लोग कानून के शिकंजे से न बच सकें। दोनों देशों के अधिकारियों को जल्द बैठक कर इस मसले को सुलझाने को कहा गया है।
दोनों देश इस बात पर राजी हुए हैं कि अपराधी और भगौड़ों को कानून से बचने का मौका नहीं दिया जाएगा। उनके प्रत्यर्पण की अर्जियों का निपटारा किया जाएगा। देश के 17 बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने में डिफॉल्टर साबित हुए विजय माल्या इन दिनों ब्रिटेन में रह रहे हैं।
विजय माल्या के अलावा आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी भी ब्रिटेन में लंबे समय से डटे हैं। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच इस सहमति से भारतीय एजेंसियों को ललित मोदी के प्रत्यर्पण में मदद मिलेगी।