इंडियन पैरानॉर्मल सोसाइटी के संस्थापक गौरव तिवारी मौत कैसे हुई, यह रहस्य बना हुआ है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया है।
गौरव द्वारका के सेक्टर-19 में परिजनों के साथ रहते थे। गुरुवार को गौरव बाथरूम में बेहोश मिला था। गौरव ने यह इंडियन पैरानॉर्मल सोसाइटी आत्मा और भूत-प्रेत के अध्ययन के लिए बनाई थी। वह कई टीवी सीरियल के अलावा कुछ फिल्मों भी काम कर चुका था।
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि अभी तक परिजनों ने इस मामले में कोई शंका जाहिर नहीं की है। पुलिस के मुताबिक गौरव 6 जुलाई को जनकपुरी गया था, यहां से वह रात में डेढ़ बजे घर पहुंचा था। सुबह वह नौ बजे उठने के बाद बाथरूम गया और काफी देर तक बाथरूम में बंद रहा। सुबह 11 बजे जब बाथरूम में जब आवाज हुई तो परिजन वहां पहुंचे, अंदर से जब कोई हलचल नहीं हुई तो दरवाजा तोड़ दिया गया। जहां उसके गले में चुनरी थी। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। जांच में सामने आया कि हालांकि उसकी पत्नी से एक दिन पहले झगड़ा होने की बात सामने आई है।
इस दौरान उसने अपना मोबाइल जमीन पर फेंक दिया था। लेकिन पुलिस को अब तक इस मामले में इस बात से इंकार कर रही है कि मोबाइल फेंकने की वजह से उसने ऐसा कदम उठाया होगा। उसने अमेरिका में अदृश्य शक्ति का कोर्स भी किया था। दस साल पहले वह भारत आ गया था, अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक वह कमर्शियल पायलट भी रह चुका है। वह कई टीवी सीरियलों में भी काम कर चुका है। उसके पिता उदय तिवारी वर्क एंट होम के तौर पर काम करते थे। वह अपनी ही कंपनी के निदेशक थे। हालांकि पुलिस ने अभी तक परिजनों से पूछताछ शुरू नहीं की है। पुलिस को घटनास्थल और घर से ऐसी कोई चीज नहीं मिली है, जिससे आत्महत्या की वजह का पता चल सके। हालांकि जब तक इस मामले में पुलिस कोई गड़बड़ी नहीं मिली है।
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि गौरव की माली हालत काफी कमजोर थी। वह पैसों के लिए परिवार पर आश्रित था। ऐसे में वह तनाव में भी रहता था। पुलिस का मानना है कि आर्थिक तंगी आत्महत्या करने की एक वजह हो सकती है।