गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय जनता पार्टी सेना का हौसला बढ़ाने का मुद्दा जनता के बीच लेकर जाएगी। साथ ही उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर राहुल के बयान को हास्यास्पद बताया और कहा कि उनके मूल में खोट है। उन्होंने इस पर राजनीति करने के मुद्दे पर कहा कि भाजपा ने सर्जिकल स्ट्राइक पर किसी तरह की कोई राजनीति नहीं की। हमारे किसी भी मंत्री ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेस हमारी सरकार ने नहीं, बल्कि डीजीएमओ ने की है। अगर कोई तहसील स्तर का कार्यकर्ता पोस्टर लगाता है तो उनसे भाजपा पार्टी नहीं जानी जाती। भाजपा पीएम मोदी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और राजनाथ सिंह अन्य पार्टी नेताओं की वजह से जानी जाती है।
साथ ही शाह ने कहा, ‘कुछ पार्टियों ने भारत द्वारा पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए गए थे। मैं ऐसे प्रयासों की निंदा करता हूं। जिन्होंने भी ऐसे प्रयास किए हैं, उन्होंने सेना का अपमान किया, शहीदों का अपमान किया है। सेना की वीरता पर सवाल उठाए हैं। इसकी शुरुआत आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने की थी। केजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। मैं बताना चाहता हूं कि केजरीवाल गुरुवार को पाकिस्तान में ट्रेंड करने लगे थे। अब इससे पता लगता है कि केजरीवाल किसे फायदा पहुंचा रहे हैं।’