राजनाथ के समारोह मे नहीं आने से भड़के लालू, कहा- ‘नहीं आना था तो पहले बता देते’

0
लालू

राजनीति में अक्सर कोई न कोई नेता अपने विपक्षी नेताओं की कमी ढूंढ कर उस पर टिप्पणी करना नहीं भूलता। हाल ही में लालू प्रसाद यादव ने भी विपक्ष नेता राजनाथ सिंह की एक समारोह में निंदा की। यह बात है चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी समारोह की, कार्यक्रम को  संबोधित करते हुए राजद अध्यक्ष लालू यादव ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी नेताओं की निंदा की। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने गृहमंत्री को समारोह में आमंत्रित किया था। राजनाथ सिंह ने अंतिम समय में पटना आने का कार्यक्रम रद्द कर दिया।

 

इसे भी पढ़िए :  नीतीश की पीएम मोदी को नसीहत, "जो करना बसकी नहीं उसे मत कहो"

लालू प्रसाद ने कहा कि नहीं आना था तो पहले कहते यहां मंच पर नेम प्लेट और कुर्सी लगी थी। उसे बदलना पड़ा. आना है तो आओ नहीं आना है तो मत आओ, क्या फर्क पड़ता है? लालू ने कहा कि जब देखा कि लालू आ रहा है तो पटना आने से मना कर दिया, चुनाव में तो हमने यहां से उन्हें खाली पैर लौटा दिया था। देश में कट्टरता फैलाने वालों को हमने आइना दिखाया था।

लालू ने कहा कि देश में आज गांधी जी के विचारों को धूमिल किया जा रहा है। राम-रहीम में नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है। गांधी जी के हत्यारे गोडसे को मानने वाले लोग आज गांधी जी के विचारों को पीछे छोड़ देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले ओबामा दिल्ली आए थे, वह क्या कहकर गए कि भारत में रंगभेद है और लोगों को धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है। भारत में जिस तरह से धर्म के आधार पर लोग बंटे हैं अगर गांधी जी जिंदा होते तो दुखी होते।

इसे भी पढ़िए :  जेडएनपी ने छोड़ा एनडीए, कहा 'हिंदू पार्टी' है बीजेपी

इस मौके पर लालू प्रसाद ने कहा कि सभी को पता है कि किस परिस्थिति में बिहार में महागठबंधन बना। देश में गांधी के विचार को दरकिनार किया जा रहा था, गांधी के देश को बचाने से लिए बिहार में महागठबंधन किया गया है।

इसे भी पढ़िए :  विधायक के बेटे की गुंडागर्दी, गाड़ी ओवरटेक करने पर चाकुओं से गोदा

उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम लालू प्रसाद और नीतीश कुमार का नहीं है,  अगर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को नहीं आना था तो उन्होंने क्यों स्वीकृति दी, मंच पर से कुर्सी हटना पड़ा। लालू प्रसाद ने स्वतंत्रता सेनानियों से कहा कि देश चौराहे पर खड़ा है और आपलोग मार्गदर्शन कीजिए, देश में आरक्षण को खत्म करने की साजिश की जा रही है।