सीपीआई(माओवादी) के सूत्रों का कहना है कि संगठन के महासचिव गणपति ने कहा है कि नोटबंदी के असर को करीब तीन महीने तक परखा जाएगा। अगर लगेगा कि नोटबंदी से हकीकत में अमीरों और गरीबों के बीच खाई कम हुई है। इसके साथ ही वादे के मुताबिक मोदी सरकार गरीबों का हक लूटकर अमीर बने धन्नासेठों पर करारा प्रहार करती है तो नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ने पर विचार करेंगे।
अगस्त में टाइम्स ऑफ इंडिया को गोपनीय रूप से कॉमरेड गणपति ने इंटरव्यू दिया था। नौ अगस्त को Interview with CPI(Maoist) General Secretary Comrade Ganapathy टाइटल से प्रकाशित रिपोर्ट में पहले ही कॉमरेड गणपति मोदी की तारीफ कर चुका है। इंटरव्यू में गणपति ने कहा था कि कमजोर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का स्थान अब मजबूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ले लिया है। उम्मीद है कि वे अपनी नीतियों से देश में अमीरों और गरीबों की खाई दूर करेंगे।































































