आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तकरीबन 90 मिनट तक भाषण दिया। उनकी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए, पीएम ने उत्तर प्रदेश के हाथरस के गांव नगला फतेला का जिक्र किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि हाथरस में 3 घंटे में पहुंच सकते हैं, लेकिन हाथरस के गांव नगला फतेला में बिजली आजादी के 70 साल बाद पहुंची है। जिसके साथ ही प्रधानमंत्री दफ्तर की ओर से नगला फतेला गांव के लोगों के टीवी पर पीएम का भाषण देखने की तस्वीरें भी PMO Page पर जारी की गई थी। और साथ ही कैप्शन दिया था कि नगला फतेला गांव के लोग पहली बार स्वतंत्रता दिवस समारोह देख रहे हैं।ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने भी देश के सामने गलत जानकारी पेश कर स्वतंत्रता दिवस पर अपने एक ट्वीट में दावा किया है कि नगला फतेला तक बिजली पहुंच गई है।
Villagers from newly electrified 10,000+ villages listening to PM @narendramodi Electricity Empowers pic.twitter.com/qwEX6lLCD1
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) 15 August 2016
जिसके बाद से ही पीएम के इस दावे पर गांव वालों ने उठाए सवाल। गांव वालो का कहना है कि गांव में केवल बिजली के तार खिंचे हैं, बिजली नहीं आई है। बिजली के पोल लगाए एक साल हो गया। वहीं ग्राम प्रधान योगेश ने पीएमओ द्वारा ट्वीट तस्वीरों को गांव का नहीं बताया हैं। इन तस्वीरों में गांव के लोग एक मकान में टीवी पर पीएम का राष्ट्र के नाम संबोधन देख रहे हैं। जबकि उन के मुताबिक 15 अगस्त के मौके पर गांव में ऐसा कोई कार्यक्रम हुआ ही नहीं। जहां एक साथ लोगों ने जुटकर पीएम का भाषण सुना हो।
विवाद होने के बाद उनके ट्वीटर हेंडल से ट्वीट डिलीट कर दिए गए।