गौरतलब है कि कुछ महीने पहले जेटली और स्वामी के बीच का विवाद खुलकर सामने आया था। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन और आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास को लेकर दोनों नेताओं के बीच जमकर जुबानी जंग हुई थी। स्वामी ने अरविंद सुब्रमण्यन पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा था, ‘अमेरिकी कांग्रेस को 13 मार्च 2013 को किसने कहा था कि अमेरिकी फार्मा उद्योग के हितों की रक्षा के लिए भारत के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए। अरविंद सरकार के खिलाफ काम कर रहे हैं लिहाजा उन्हें तुरंत हटा देने चाहिए। इस मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन और आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास का बचाव किया था।
स्वामी ने अरविंद और शशिकांत से पहले आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी। बाद में रघुराम राजन ने चिट्ठी लिखकर बताया था कि वो कार्यकाल खत्म होने के बाद वापस एकेडमिक्स में चले जाएंगे। आरबीआई गवर्नर के पद से रघुराम राजन 4 सितंबर को रिटायर हो गए हैं।