30 साल पुराने हथियारों से सेना ने किया था सर्जिकल स्ट्राइक, पूरे आंकड़े आपको चौंका देंगे

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

एक सैन्य अफसर ने बताया कि यदि म्यांमार जैसा ऑपरेशन आगे भी करना है तो स्पेशल फोर्सेज के लिए कुछ हथियारों को फौरन खरीदने का विचार था। यदि इस प्लान पर काम किया गया होता तो सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले 4 एसएफ और 9 एसएफ के जवान ज्यादा आधुनिक और लाइटवेट रॉकेट लॉन्चर इस्तेवमाल करते। इसके बजाय उन्होंने इस ऑपरेशन में 30 साल पुराने कार्ल गुस्तोाव 84 एमएम वर्जन से काम चलाना पड़ा। स्पेशल फोर्सेज के आधुनिकीकरण का प्रस्ताव मिलिट्री ऑपरेशंस निदेशालय ने तैयार किया था।

इसे भी पढ़िए :  अश्विनी लोहानी बने रेलवे के नए चेयरमैन

इसके तहत छह तरह के हथियार शामिल थे। इनमें 1200 पर्सनल ऑटोमटिक राइफल, 36 स्नाइपर राइफल, 36 ऑटोमैटिक जनरल पर्पज मशीन गन(जीपीएमजी), 24 लाइटवेट रॉकेट लॉन्चर, 24 शॉटगन और 500 पिस्तौल शामिल थीं। ये सभी हथियार दिन और रात दोनों में देखने की सुविधा से लैस होने थे।

इसे भी पढ़िए :  सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse