ओलिंपिक की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि, इस दौरान ना तो उनके पास मोबाइल रहता था और ना ही उन्हें जंक फूड खाने की आजादी थी। 21 साल की सिंधु अपनी उपलब्धियों के लिए अपने कोच के साथ अपने परिवार को भी श्रेय देती हैं। वह बताती हैं कि किस तरह इस सफलता को हासिल करने के लिए उन्हें बहुत सारी चीजों का त्याग करना पड़ा।