दिल्ली:
भारत-जापान के बढ़ते संबंधों से नाराज चीन ने इस रिश्ते को शर्मनाक करार दिया है। भारत को कम कीमत पर खोज एवं बचाव विमान बेचने की जापान की योजना की खबरों पर नाराजगी जाहिर करते हुए चीन ने कहा है कि यदि इसका मकसद विवादित दक्षिण चीन सागर मुद्दे पर बीजिंग को दबाव डालने का है तो वह ऐसे कदम को ‘शर्मनाक’ मानेगा।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने आज यहां मीडिया को बताया, ‘‘मैंने इस खबर पर गौर किया। हमें रक्षा सहयोग सहित दो देशों के बीच सामान्य सहयोग पर कोई ऐतराज नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यदि यह खबर सही है कि कोई गलत कदम उठा रहा है तो यह बहुत शर्मनाक है।’’ वह इस बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रही थीं, जिसमें कहा गया था कि जापान 1.6 अरब डालर की कीमत के शिनमेवा यूएस.2 प्लस विमान भारत को कम कीमत पर बेच रहा है ताकि भारत के साथ रक्षा सहयोग को मजबूत किया जा सके। यह खोज एवं बचाव कार्य में इस्तेमाल किया जाने वाला विमान है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अगर खबरों में कहीं गई यह बात सच है कि जापान सरकार भारत को हथियार बेचने के लिए उनकी कीमत कम कर रही है ताकि दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर चीन पर दबाव बनाया जा सके और ऐसा प्रयास चीन को निशाना बनाने के लिए है तो हमें नहीं लगता कि इस सहयोग का मकसद ठीक है।’’