क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी नई पार्टी आवाज-ए-पंजाब को लेकर बड़ा खुलासा किया है। सिद्धू ने कहा कि आवाज़-ए-पंजाब राजनीतिक पार्टी नहीं है, हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। हम सिर्फ पंजाब के हक में आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा कि आवाज ए पंजाब फोरम पंजाब की बेहतरी के लिए किसी भी गठबंधन का स्वागत करता है। उन्होंने आज यह स्पष्ट किया कि उनका फोरम पंजाब के विधानसभा चुनाव में शिरकत नहीं करेगा।
आपको बता दें कि 14 सितंबर को नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। सिद्धू ने इससे पहले राज्यसभा की सदस्यता भी छोड़ दी थी। नवजोत कौर ने पार्टी छोड़ने से पहले यह कहा कि मैंने अपने क्षेत्र की समस्या उठानी चाही तो मुझे इजाजत नहीं मिली। क्या यह डेमोक्रेसी है, नहीं यह डिक्टेरशिप है।
सिद्धू ने आज प्रैस रिलीज जारी करते हुए कहा कि वह कोर्इ पार्टी नहीं बनाएंगे सिर्फ फोरम तक सीमित रहेंगे। सिद्धू ने कहा कि वह किसी के साथ भी गठबंधन के लिए ओपन हैं, जो भी पंजाब की बेहतरी के लिए आगे आएगा वह उसका साथ देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी खड़ी करने के लिए 2-3 साल का समय लगता है। पार्टी बनाकर वह बादल-अमरिंदर के खिलाफ वोट बांटना नहीं चाहते।
नवजोत सिंह सिद्धू ने सितंबर के पहले सप्ताह में अधिकारिक रूप से अपनी नयी पार्टी आवाज -ए- पंजाब के गठन की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह उन्हें ‘सजावटी समान’ की तरह इस्तेमाल करना चाहती थी। जिसका सिर्फ चुनाव में उपयोग किया जा सके। उन्होंने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल पर भी यह आरोप लगाया कि वह उन्हें इस्तेमाल करना चाहते थे, केजरीवाल ने उनसे कहा कि आप चुनाव ना लड़ें, हां अपनी पत्नी को चुनाव लड़वा सकते हैं, हम उन्हें मंत्रीपद भी दे देंगे।