नई दिल्ली। नेहरूवादी अर्थव्यवस्था की आलोचना करने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने आज(20 अगस्त) कहा कि उनका बयान व्यक्तिपरक और पूर्वाग्रह वाला है और उन्हें इसके बजाय बताना चाहिए कि राजग सरकार संप्रग सरकार से ‘‘विरासत में मिली’’ विकास दर को बनाए रखने में विफल क्यों रही।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि ‘‘मैं हैरान हूं। मैं समझ सकता हूं कि सत्ता में आने पर भाजपा आजादी के बाद भारत के विकास में जवाहरलाल नेहरू द्वारा अर्जित उपलब्धियों के खिलाफ है। जेटली के बयान बहुत व्यक्तिपरक और पूर्वाग्रह वाले हैं और तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आज विकास दर सपाट है। उन्होंने पद्धति बदल दी है। पुरानी श्रृंखला के जीडीपी के आंकड़ों को नई पद्धति के साथ पेश किया जाए तो सही तस्वीर सामने आ जाएगी।
आपको बता दे कि इससे पहले जेटली ने आज(20 अगस्त) मुंबई में कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव कोई बड़े आर्थिक सुधारक या बड़े आर्थिक उदारवादी नहीं थे और उन्होंने नेहरूवादी अर्थव्यवस्था की विफलता के चलते मजबूरी में आर्थिक सुधार शुरू किए थे। शर्मा ने कहा कि भाजपा नीत सरकार को एक बहुत मजबूत अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी और जेटली की ओर से की गयी आलोचना ‘अनुचित और राजनीति से प्रेरित’ है।
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के एक दशक में जीडीपी को चार गुना करने के मामले में भारत दुनिया का पहला देश बन गया था। वे उसे बनाये नहीं रख पाए। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सृजन में सफल रही थी, जबकि अभी कोई निवेश नहीं आ रहा है।
उन्होंने कहा कि नेहरू संस्थानों के बड़े निर्माता थे और वित्त मंत्री को यह याद रखना चाहिए कि नेहरू की वजह से भारत सशक्त बना। जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने भी जेटली के बयान को खारिज करते हुए कहा कि यह शोभनीय नहीं है।