नई दिल्ली। पठानकोट में सेना की वर्दी में कुछ सशस्त्र लोगों की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में खुफिया सूचना मिलने के बाद पठानकोट में मंगलवार(27 सितंबर) को हाई अलर्ट जारी किया गया और पंजाब पुलिस ने पठानकोट-डलहौजी मार्ग पर स्थित सैन्य ठिकाना क्षेत्र के आस पास व्यापक खोज अभियान शुरू किया है।
पुलिस ने बताया कि खुफिया सूचना के बाद डलहौजी मार्ग के निकट सैन्य छावनी के पास चार-पांच किलोमीटर के दायरे में व्यापक स्तर पर खोज अभियान शुरू किया गया है। पुलिस ने बताया कि चक्की नदी के पास भी तलाशी की गई। हिमाचल प्रदेश पुलिस को भी इस संदिग्ध गतिविधि के बारे में सूचित कर दिया गया है और उन्होंने भी अपने इलाके में तलाशी शुरू कर दी है।
बहरहाल, पांच घंटे तक चले खोज अभियान को रात के दौरान स्थगित कर दिया गया और पुलिस बुधवार को फिर से खोज अभियान शुरू करेगी। जिले में पंजाब पुलिस द्वारा खोजी अभियान के लिए स्वात टीम सहित करीब 400 सुरक्षाकर्मियों और एसपी रैंक के तीन अधिकारियों की तैनाती की गई है। इसी जिले में जनवरी में वायुसेना के अड्डे पर सीमापार के आतंकवादियों ने हमला किया था।
पठानकोट के एसएसपी राकेश कौशल ने बताया कि ‘‘पठानकोट-डलहौजी मार्ग पर सेना की वर्दी में कुछ सशस्त्र संदिग्ध लोगों की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना थी।’’ उन्होंने बताया कि ‘‘संदिग्धों का पता लगाने के लिए पठानकोट-डलहौजी मार्ग पर क्षेत्र की घेराबंदी की गई है।’’
पुलिस ने बताया कि सेना को भी अलर्ट किया गया और चौकसी बढ़ा दी गई है। पंजाब पुलिस और बीएसएफ ने सीमापार से घुसपैठ के किसी भी प्रयास को नाकाम करने के लिए 25 सितंबर को भारत पाक सीमा के निकट गांवों में संयुक्त रूप से खोजी अभियान तथा फ्लैग मार्च निकाला था।
जम्मू कश्मीर के उरी में सेना के शिविर पर आतंकी हमले के मद्देनजर पठानकोट और गुरदासपुर के सीमावर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया गया था। मालूम हो कि सीमापार से घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों ने इस साल एक-दो जनवरी की दरम्यानी रात को पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला किया था, जबकि पिछले साल 27 जुलाई को गुरदासपुर के दीनानगर को निशाना बनाया गया था। पठानकोट हमले में सात सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए थे, जबकि चार आतंकवादी मारे गए थे।
पिछले साल सेना की वर्दी में तीन सशस्त्र आतंकवादियों ने गुरदासपुर जिला के दीनानगर शहर में एक पुलिस थाना को निशाना बनाया था, जिसमें एक पुलिस अधीक्षक सहित सात व्यक्ति मारे गए थे। बहरहाल, एक दिन तक चले इस अभियान के दौरान सभी आतंकवादियों को मार गिराया गया था।