उरी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। जिसके बाद अब सेना और सरकार आतंकवाद से निपटने के लिए नीतियों और योजनाओं पर विचार कर रही है। सशस्त्र बलों ने सरकार से कहा है कि लगातार 6 महीनों तक अभियान चलाने पर ही POK में आतंकी ढांचे को ठीक-ठाक तरीके से तबाह किया जा सकता है।
नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि लाइन ऑफ कंट्रोल के उस पार सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सशस्त्र बलों के शीर्ष अधिकारियों ने सरकार से कहा है कि कभी-कभार के हमलों से आतंकवादियों की कमर नहीं टूटेगी और अगर कुछ ठोस करना है, तो मीडियम टर्म के लिए एक योजना तैयार करनी होगी। सुरक्षा बलों के वरिष्ठ रणनीतिकारों ने सरकार से यह भी कहा है कि कश्मीर में मुश्किल हालातों और देश के दूसरे हिस्सों में आतंकवादी हमलों की आशंका के लिए तैयार रहना होगा। रविवार को बारामुला में सीमा सुरक्षा बल-आर्मी कैंप पर आतंकवादी हमला हुआ था।
आर्मी के एक उच्च अधिकारी ने कहा, ‘हमें लगातार अभियान चलाने पर गौर करना होगा। आतंकी नेटवर्क बैकफुट पर तो है, लेकिन उसे गंभीर चोट पहुंचाने के लिए हमें मीडियम टर्म योजना तैयार करनी होगी, यानी कम से कम 6 महीने तक अभियान चलाने की जरूरत होगी। इक्का-दुक्का वार करने से आतंकवादियों पर असर नहीं होगा।’