नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से एक साथ तीन तलाक के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल किए जान के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रवार(7 अक्टूबर) को कहा कि इस्लामी देशों में मुस्लिम महिलाओं को भारत के मुकाबले ज्यादा बराबरी हासिल है।
मेनका ने कहा कि ‘‘एक साथ तीन तलाक पर केंद्र का रूख सही है। हमें महिलाओं के अधिकारों के बारे में सोचना चाहिए। यह प्रथा मुस्लिम देशों में नहीं है जहां मुस्लिम महिलओं को ज्यादा बराबरी हासिल है।’’
केंद्र ने एक साथ तीन तलाक, ‘निकाह हलाला’ और बहुविवाह प्रथा का शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में विरोध किया। साथ ही, उसने लैंगिक समानता और धर्मनिरपेक्षता जैसे आधार पर इन पर पुनर्विचार करने का समर्थन किया।
कानून एवं न्याय मंत्रालय ने अपने हलफनामे में लैंगिक समानता, धर्मनिरपेक्षता, अंतरराष्ट्रीय समझौतों, धार्मिक व्यवहारों और विभिन्न इस्लामी देशों में वैवाहिक कानून का जिक्र किया, ताकि यह बात सामने लाई जा सके कि एक साथ तीन बार तलाक की परंपरा और बहुविवाह पर शीर्ष न्यायालय द्वारा नए सिरे से फैसला किए जाने की जरूरत है।