नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने मंगलवार(1 नवंबर) को आरोप लगाया कि 31 अक्तूबर को होने वाली सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ घोषित कर भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कद को छोटा करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘‘मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि इंदिरा गांधी के सर्वोच्च त्याग को भुलाने के लिए उन्होंने पटेल की जयंती का इस्तेमाल किया है।’’
दिग्विजय ने कहा कि ‘‘यदि सरदार पटेल की जयंती मनाई जाती है तो हमें दिक्कत नहीं है, लेकिन जब पहले की सरकार 31 अक्तूबर (जिस दिन इंदिरा गांधी की हत्या हुई) को पहले ही ‘राष्ट्रीय अखंडता दिवस’ घोषित कर चुकी थी तो किसी को यह विवाद लाने की क्या जरूरत थी।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘यह भाजपा-आरएसएस की शैतानी योजना है।’’ कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि ‘‘वे यह कोशिश भी कर रहे हैं कि महात्मा गांधी को सिर्फ स्वच्छता अभियान में याद रखा जाए।
उन्होंने कहा कि हम स्वच्छ भारत अभियान में तो उन्हें याद करते हैं, लेकिन एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर महात्मा गांधी को याद नहीं करते जो सत्य एवं अहिंसा में यकीन रखते थे। शांति के दूत के तौर पर वह दुनियाभर में जाने जाते थे।’’
उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर आरोप लगाया कि वह राज्य के लिए विशेष दर्जे का मुद्दा छोड़कर ‘‘आंध्र प्रदेश के लोगों के हितों से समझौता कर रहे हैं’’ और यह ‘‘भाजपा के साथ उनका समझौता है।’’