प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को तीन दिनों की जापान यात्रा पर टोक्यो पहुंच चुके हैं। भारतीय समुदाय ने उनका गर्मजोशी से हार्दिक स्वागत किया। आज शुक्रवार को पीएम मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मिले। दोंनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इनमें सिविल एटमी करार भी शामिल है। उम्मीद है कि भारत और जापान के बीच 12 समझौतों पर दस्तखत हो सकते हैं। शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेता सुरक्षा, कारोबार, निवेश, कौशल विकास और आधारभूत संरचना जैसे व्यापक क्षेत्रों में संबंधों को गति प्रदान करने के रास्तों पर चर्चा करेंगे।
भारत -जापान में होंगे ये अहम समझौते
सूत्रों ने बताया कि शिखर स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच 12 समझौतो पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इनमें कौशल विकास, सांस्कृतिक आदान प्रदान और आधारभूत संरचना जैसे क्षेत्र शामिल हैं। सूत्रों ने आज बताया कि असैन्य परमाणु करार पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद के बीच दोनों पक्ष इस विषय पर वार्ता को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं।
सूत्रों ने बताया कि शिखर स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच 12 समझौतो पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इनमें कौशल विकास, सांस्कृतिक आदान प्रदान और आधारभूत संरचना जैसे क्षेत्र शामिल हैं। सूत्रों ने आज बताया कि असैन्य परमाणु करार पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद के बीच दोनों पक्ष इस विषय पर वार्ता को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं।
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पिछले महीने दिसंबर में आबे की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच इस बारे में व्यापक सहमति बनी थी, लेकिन अंतिम समझौता पर हस्ताक्षर नहीं किया जा सका था क्योंकि कुछ तकनीकी एवं कानूनी मुद्दे सामने आ गए थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने पिछले सप्ताह कहा था कि दोनों देशों ने करार के मसौदे के जुड़े कानूनी एवं तकनीकी पहलुओं समेत आंतरिक प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया है।
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दोनों नेता रक्षा सहयोग पर चर्चा कर सकते हैं जिसमें जापान, भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त समुद्री अभ्यास शामिल है। दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर भी बातचीत की संभावना है। मोदी और आबे द्विपक्षीय सहयोग के सभी आयामों की समीक्षा करेंगे। दोनों प्रधानमंत्री हाई स्पीड रेलगाड़ी शिनकानसेन से कोबे जाएंगे। वे कोबे में कावास्की भारी उद्यम फैक्टरी भी जाएंगे, जहां हाई स्पीड रेलगाड़ी बनाई जाती है।
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