जर्मनी की दिग्गज कार निर्माता कंपनी फॉक्सवेगन 2021 तक 30,000 एंप्लॉयीज की छंटनी करेगी। सूत्रों के मुताबिक कंपनी प्रबंधन और लेबर यूनियंस के बीच इस बात को लेकर सहमति बन गई है। कंपनी अपने VW ब्रैंड में काम करे रहे एंप्लॉयीज को इसलिए हटाएगी ताकि वह बचे हुए फंड को सेल्फ ड्राइविंग और इलेक्ट्रिक कारों पर खर्च कर सके। डीजल इमिशन चीटिंग स्कैंडल में फंसने के बाद से यूरोप की सबसे बड़े ऑटोमेकर को जर्मनी स्थित अपनी सबसे बड़ी यूनिट में बढ़ती कॉस्ट के संकट से जूझना पड़ रहा है।
सूत्रों के मुताबिक कंपनी की ओर से जारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि फॉक्सवेगन अकेले जर्मनी में ही 23,000 एंप्लॉयीज की छंटनी करेगी। कंपनी का मानना है कि इस छंटनी से उसे सालाना 5.58 अरब डॉलर यानी करीब 3 लाख 8 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। 6,10,076 एंप्लॉयीज वाली दिग्गज कार कंपनी फॉक्सवेगन ने इस मामले में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।