नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास मध्य प्रदेश के इंदौर से बिहार की राजधानी पटना जा रही इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन रविवार(20 नवंबर) तड़के दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। ट्रेन हादसे में मरनेवालों की संख्या 146 हो गई है।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस संख्या की पुष्टि की है। अब तक 123 शवों की पहचान की जा चुकी है और 110 शवों को उनके परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया है। अज्ञात शवों की पहचान के लिए रेलवे ने सभी का डीएनए सैंपल लेने का फैसला किया है। इस काम के लिए विशेष तौर पर पटना से टीम बुलाई गई है।
हादसे के बाद बचाव अभियान हालांकि समाप्त हो चुका है, लेकिन मलबा हटाने का काम अभी जारी है। कानपुर के आईजी जकी अहमद ने बताया कि रेलगाड़ी का जो एक डिब्बा बुरी तरह क्षतिग्रस्त है उसमें कुछ मानव अंश नजर आ रहे हैं। इस डिब्बे में कोई भी जीवित नहीं बचा है और इन अंशों को बाहर निकालने के लिए डिब्बे को काटना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि मलबे में और शव दबे होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। बचाव अभियान खत्म हो चुका है और दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों को पटरी से हटा लिया गया है। हालांकि रेल यातायात पटरियों की मरम्मत के बाद ही शुरू हो पाएगा।