विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक ने रविवार को उन दावों को खंडन किया है जिसमें उनके NGO द्वारा फंड का गलत इस्तेमाल का दावा किया गया था। साथ ही उन्होने आतंकी गतिविधियों जैसे आरोपों का खत्म करते हुए कहा कि अगर उन्होंने हिंसा का समर्थन किया होता तो वे मुसलमान नहीं रहते और समर्थन खो देते। भड़काऊ भाषण देने और आतंक विरोधी कानून यूएपीए के ओरापी नाइक ने कहा कि उन्होंने कई बार एनआईए को सहयोग करने का ऑफर दिया है। जाकिर पर आरोप है कि उनके भाषणों ने ढाका आतंकियों को भड़काने का काम किया है।
उन्होंने कहा, “यह आरोप लगाना गलत है कि कुछ शरारती तत्व जो कि आतंकी ग्रुप से जुड़े हैं वे मेरे भाषण से प्रभावित हुए हैं। अगर मैं सच में आतंक को बढ़ावा दे रहा होता तो क्या मैं अब तक लाखों आतंकी नहीं बना देता। लाखों समर्थकों में से कुछ समाज विरोधी लोग हो सकते हैं जो कि हिंसा करते हैं। लेकिन वे उसको नहीं अपनाते, जो मैंने उनसे कहा है। अगर कोई हिंसा का रास्ता अपनाता है तो वह मुसलमान नहीं है और उसे मेरा समर्थन नहीं मिलेगा।” नाइक ने यह बात पीटीआई को ई-मेल इंटरव्यू में कही है।
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