बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। मायावती ने कहा मोदी ‘फकीर’ नहीं बल्कि ‘बहुत बडे मालदार’ हैं। धन्नासेठों को संरक्षण देने वाला फकीर कैसे हो सकता है।
मायावती ने कहा कि नोटबंदी के पीछे पीएम का राजनीतिक स्वार्थ निहित है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अपनी कमजोरियां छुपाने के लिए ये कदम उठाया है, बहुजन समाज पार्टी इसके खिलाफ आंदोलन करेगी।
मायावती ने पूछा पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान गरीबों से किया विदेश से कालाधन लाने का वादा ढाई साल में क्यों नहीं निभाया? साथ ही मायावती ने आरोप लगाया कि पीएम नरेन्द्र मोदी तानाशाही वाला रवैया अपना रहे हैं और अपनी विफलताओं पर परदा डालने के लिए आम जनता को नोटबंदी के फैसले से कष्ट दे रहे हैं।
मायावती ने कहा, ‘हमारी पार्टी भ्रष्टाचार और काले धन के पूरी तरह खिलाफ है. देश के व्यापक जनहित में इस अभिशाप से जनता को मुक्ति मिलनी चाहिए। मैंने उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार के दौरान खुद भी काफी प्रयास किये हैं क्योंकि इसमें ही जनता का व्यापक हित है।’ उन्होंने आगे कहा, लेकिन यदि इसकी आड़ में केन्द्र की बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने राजनीतिक स्वार्थ को साधने की कोशिश करते हैं और अपनी विफलताओं पर परदा डालने के लिए 90 प्रतिशत गरीब, मेहनतकश और मध्यम वर्गीय जनता को कष्ट देने के लिए तानाशाहपूर्ण रवैया अपनाते हैं तो बीएसपी आम जनता के साथ खड़े होकर उनकी तकलीफों को कम करने के लिए केन्द्र के ऐसे सभी फैसलों का संसद के भीतर और बाहर सख्त विरोध कर रही है।
मायावती ने कहा कि बीजेपी और उनकी केन्द्र की सरकार के लोग हमारी पार्टी खासकर उसके सर्वोच्च नेतृत्व के खिलाफ कितने ही गलत आरोप क्यों ना लगायें, सब जानते हैं कि बीएसपी देश के गरीबों, उपेक्षितों, मुस्लिमों एवं अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ किसानों, मजदूरों, मध्य वर्ग के लोगों की पार्टी है। उन्होंने कहा कि बीएसपी देश के करोडों लोगों की पीडा को अपनी पीडा मानते हुए हर कुर्बानी देने को तैयार रहती है। यही संघर्ष नोटबंदी के मामले में भी किया जा रहा है।